Sunday, September 13, 2009

नुक्कड़ ब्लॉगर स्नेह महासम्मेलन संपन्न

संवाददाता/अजीत शर्मा

फरीदाबाद, 12 सितंबर।

साहित्य शिल्पी इंटरनेट पत्रिका का वार्षिकोत्सव एवं नुक्कड़ ब्लॉगर स्नेह महासम्मेलन आज यहां माडर्न स्कूल में विख्यात व्यंग्यकार और व्यंग्य यात्रा के संपादक डा. प्रेम जनमेजय की अध्यक्षता में देश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे ब्लागरों तथा गणमान्य साहित्यकारों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। खचाखच भरे सभागार में डा. जनमेजय ने कहा कि साहित्य शिल्पी ने साहित्य के क्षेत्र में मानक तथा उपयोगी काम कर दिखाया है। यह साहित्य को व्यापकता देने वाला प्रयास है। इंटरनेट को अब गंभीरता से लिया जा रहा है। साहित्य में ब्लाग की बढ़ती भूमिका का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दी ब्लागों की बढ़ती संख्या हिन्दी प्रेम को दर्शा रही है। समारोह एवं ब्लागर स्नेह महासम्मेलन का मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलन से मां सरस्वती की वंदना से आरंभ हुआ। स्कूल की प्राचार्या नीलिमा जैन की उपस्थिति में साहित्य शिल्पी के संचालक राजीव रंजन प्रसाद की साहित्य शिल्पी के पिछले एक वर्ष के कार्यकलापों की रोचक मल्टीमीडिया प्रस्तुति ने मन मोह लिया। इस अवसर पर संपन्न काव्य गोष्ठी में दिनेश रघुवंशी, योगेंद्र मौदगिल, मीनाक्षी जिजीविषा, योगेश समदर्शी, विवेक बेनीवाल, अनिल बेताब, नमिता राकेश, वेद व्यथित, अब्दुल रहमान मंसूर, शोभा महेनू, बागी चाचा, वीरेन्द्र कंवर आदि अनेक कवि-कवियित्रियों ने कविता पाठ किया। नुक्कड़ के संचालक अविनाश वाचस्पति व कुनबा के संचालक अजीत शर्मा ने कहा कि इंटरनेट ने दुर्गम विश्व को एक सुंदर-सा आधुनिक गांव बना दिया है। इंसानों की भौगोलिक दूरियों से ज्यादा वैचारिक दूरियां होती हैं, ऐसी दूरियों को पाटने का काम जितनी खूबी से इंटरनेट कर रहा है, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। कार्यक्रम में अनेक साहित्यकार तथा ब्लागर उपस्थित थे। ब्लॉगरों ने ब्लॉग पर व्यक्त विचारों को गंभीरता से लेने पर जोर दिया जबकि इसे डायरी मानने वाले ब्लॉगरों ने इसे अभिव्यक्ति का सच्चा माध्यम बतलाया। जिनमें, अभिषेक सागर, अजय यादव, हलद्वानी से शेफाली पांडेय, विनीत कुमार, पुष्कर पुष्प, मेरठ से इरशाद अली, लखनऊ से अमन यादव, अरूण अरोरा, सुरेश यादव, पवन चंदन, अजय कुमार झा, खुशदीप सहगल, सुलभ सतरंगी, विनोद कुमार पांडेय, राजीव तनेजा, सुनीता शानू इत्यादि ने अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। साहित्य शिल्पी के मोहिन्दर कुमार ने सबका धन्यवाद ज्ञापन किया।