फरीदाबाद। भीतर हंगामा और बाहर नारेबाजी के चलते आज नगर निगम सदन की बैठक में दो घंटे तक कामकाज पूरी तरह ठप्प रहा। जैसे ही सुबह 11 बजे सदन की बैठक शुरू हुई तो पार्षद योगेश कुमार ढींगड़ा ने नये तेवर के साथ सदन में प्रवेश किया। ढींगड़ा ने अपने सीने और पीठ पर ‘जनहित में सीएलयू की दरें कम करो’ की तख्ती लटका रखी थी। महापौर अशोक अरोड़ा द्वारा सदन की कार्यवाही शुरू करने के संकेत के साथ ही पार्षद योगेश ढींगड़ा ने प्रश्न उठाया कि पूर्व में स्थगित की गई बैठक के एजेंडे में शामिल मुद~दे आज के मुद~दे में क्यों शामिल नहीं हैं, इसका जवाब दिया जाए। धाराप्रवाह अंगzेजी और हिन्दी में करीब आधा घंटा बोलते रहे ढींगड़ा को देख अधिकारी भी सकते में आ गए। कई बार निगम आयुक्त डी. सुरेश ने उन्हें समझाने की कोशिश की किन्तु वे बेकाई गईं। जनहित और नगर निगम के आर्थिक लाभ के लिए ढींगड़ा द्वारा गत 18 अप्रैल को भेजा गया प्रस्ताव आज के एजेंडे में शामिल न करने पर निगम सदन में भारी बवाल मचा तो ढींगड़ा के मुद~दे की मूल प्रति सदन में पढ़ी गई और इसे एजेंडे में शामिल किया गया।
इसी बीच पार्षद ओमप्रकाश रक्षवाल कुछ बोलने लगे तो उन्हें निगम सचिव द्वारा यह कहने पर कि आप बैठ जाएं, इतना सुनते ही रक्षवाल भड़क गए और अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्हें इस तरह से बैठाने की हिम्मत न करें, 90 में से 89 दिन तक आपकी मनमर्जी चलती है और एक दिन भी हमें बोलने से रोका जा रहा है।
सीनियर डिप्टी मेयर सदन में नहीं पहुंचे : सीनियर डिप्टी मेयर पं. मुकेश शर्मा और उप महापौर राजेंदz भामला को बैठक एजेंडे की प्रति कल तक उपलब्ध न होने के कारण वे विरोधस्वरूप सदन में ही नहीं आये। जब सदन में माहौल गरमाने लगा और पार्षदों ने उन्हें बुलाने की मांग की तो महापौर ने उन्हें फोन कर बुलाया। किन्तु आते ही उप महापौर द्वारा बीच में टोका-टाकी करने पर पार्षद सीतश चंदीला ने एतराज जताते हुए कहा कि इन्हें समझाया जाए कि वे अध्यक्ष की अनुमति के बगैर न बोलें। इस दौरान ही निगम आयुक्त डी. सुरेश ने शहर के विकास के लिए 3000 करोड़ रुपए की राशि के लिए और साधन उपलब्ध कराने की बात की तो पार्षद जगन डागर ने सख्त एतराज जताया कि इसके लिए निगम की जमीन को नहीं बेचने देंगे।
सीएलयू मुद~दे पर करीब दो घंटे बहस के बाद पार्षद योगेश ढींगड़ा के प्रस्ताव पर सदस्यों ने सहमति दर्ज कराते हुए प्रस्ताव पारित किया कि सीएलयू शुल्क 500 से 1000 रुपए प्रति गज वह भी आसान किस्तों में लेने के लिए सरकार को भेजा जाए जबकि इस मुद~दे पर आयुक्त एक कमेटी बनाने के पक्षधर थे किन्तु पार्षदों ने कहा कि सदन ही एक कमेटी है;
उधर आज सीएलयू मुद~दे पर व्यापार मंडल से जुड़े दुकानदारों ने निगम सदन के बाहर धरना दिया हुआ था और वे सीएलयू रेट कम करने के लिए नारेबाजी कर रहे थे। उन्हें समर्थन देने के लिए पूर्व मंत्राी सुभाष कत्याल विशेष रूप से पलवल से आये हुए थे। धरना स्थल पर भाजपा नेत्राी सीमा त्रिाखा, व्यापार मंडल के अध्यक्ष जगदीश भाटिया, भाजपा जिला अध्यक्ष अजय गौड़ समेत कई अन्य दलों के नेता भी शामिल थे।